नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से घोटाले का एक बड़ा मामला सामने आया है. जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया. लखनऊ के विकास प्राधिकरण की जमीन के साथ घोटाले की खबर सामने आई है. आपको बता दें कि एलडीए की 524 बीघा जमीन को भू माफिया ने बेच दिया है.

राधाग्राम योजना को बेची जमीन

भू माफिया ने पूरी 524 बीघा जमीन को भू माफिया ने लखनऊ में ही चल रही राधाग्राम योजना को बेचा है. अब जब इस मामले की सुध प्रशासन को लगी तो पूरे प्रशासन में हड़कंप मच गई. जब इस मामले की जानकारी लखनऊ प्राधिकरण को पड़ी तो उन्होंने आनन-फानन में इस पूरी प्लॉटिंग को निरस्त कर दिया.

कैसे हुआ ये सब

आपको बता दें कि 1984 में लखनऊ विकास प्राधिकरण ने एक योजना की शुरुआत की थी जिसका नाम राधाग्राम योजना था. इस योजना के तहत 524 बीघा जमीन ली गई थी. ये जमीन काफी बड़ी थी इसलिए भू माफिया की नजर इस पर पड़ गई. उन्होंने कई पैतरे लगाए और जब लखनऊ विकास प्राधिकरण इस योजना को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहा था उस वक्त चुपके से फर्जी तरीके से जमीन को बेच दिया.

जांच में हुआ बड़ा खुलासा

जांच में खुलासा हुआ कि जमीन काफी बड़ी थी इसलिए बिना किसी अंदर के साथ से ये काम होना नामुमकिन था. इसलिए इस काम को करने के लिए कुछ एलडीए के अधिकारियों ने प्रॉपर्टी डीलर्स से हाथ मिला लिया. जिसके बाद डीलर्स ने जमीन के छोटे- छोटे टुकड़े करते हुए प्लाट बनाकर लोगों को बेचना शुरु कर दिया.

कुछ अधिकारी भी थे शामिल

काफी लंबे वक्त से चल रहे इस घोटाले पर पहले तो एलडीए ने आपत्ति नहीं जताई लेकिन बाद में जब जांच हुई तो इस घोटाले का भांड़ाफोड़ हुआ. बता दें कि इस तरह के घोटले के सामने आने की यही वजह थी कि पिछले काफी लंबे वक्त से राधाग्राम योजना में किसी भी तरह का काम नहीं हुआ था. जिसका फायदा ही प्रॉपर्टी डीलरों ने उठा लिया है.