देश की पहली लेडी कोबरा कमांडो उषा किरण जो गुरिल्ला टैक्टिक और जंगल वार में माहिर हैं. इसके अलावा उषा ने कई तरह के अवार्ड भी जीते है. जिसमे Vogue Women Of The Year की ओर से ‘यंग अचीवर ऑफ द ईयर’ जैसे अवार्ड भी शामिल है. उषा ने अपनी जोइनिंग के समय ही अपने अफसरों से कहा था, की बह सबसे इलाको में नियुक्ति चाहती है, उषा की दिलेरी और साहस को ध्यान में रखते हुए उनकी मांग को माना भी गया.

मूल रूप से हरियाणा राज्य के गुरुग्राम की रहने बाली, उषा ने मात्र 25 साल की उम्र में CRPF ज्वाइन किया था. आपकी जानकारी के लिए बता दे, इससे पहले उषा की दो पीढ़ियां CRPF में अपनी सेवाएं दे चुकी है. उषा के पिता व दादा CRPF से रिटायर है.  

CRPF की 232 महिला बटालियन में पुरे एक साल ट्रेनिंग ली. ट्रेनिंग से लेकर नियुक्ति तक उषा ने अपने अफसरों से सिर्फ एक ही मांग की, कि उनकी नियुक्ति किसी भी मुश्किल से मुश्किल छेत्र में की जाए. आपकी जानकारी के लिए बता दे की उषा किरण CRPF की पहली महिला अफसर है, जिनकी पहली नियक्ति नक्सल प्रभाबित इलाके बस्तर के दरभा घाटी में की गयी. उषा किरण खतरनाक विंग कोबरा में बतौर असिस्टेंट कमांडर अपनी सेवाएं दे रही है.

नक्सलियों के इलाके में यह जांबांज अफसर जब निकलती है, तब नक्सली भी कांप उठते है. उषा किरण हर समय अपने हांथो में AK-47 लेकर घूमती है. नक्सलियों के गढ़ में भी उषा बेख़ौफ़ होकर जंगल व घाटियों में घूमती है. उषा किरण जब भी फ्री होती है, तब बह आस पास के गांव की लड़कियों को पढ़ाती भी है. जिससे उन गांव की लड़कियों में फाॅर्स के लिए समझ आ सके, और बह भी बड़े होकर अपने सपने को पूरा कर सके.