नैनीताल (उत्तराखंड). कोरोना काल में उत्तराखंड में शादी के एक ऐसा मामला सामने आया है. जिसके बारें में जो कोई भी सुन रहा है वो हैरान रह जा रहा है. कुछ लोगों को तो यकीन भी नहीं हो रहा है कि भला ऐसा भी कोई कर सकता है. पूरा मामला कुछ यूं है कि भाई ने अपने ही भाई से बदला लेने के लिए उसके बेटे की शादी में तय सीमा से ज्यादा के कार्ड खुद से छपवाकर चोरी छिपे से अलग से श्रमिकों में बांट दिए.

शादी में अनजान लोगों की भीड़ देखकर जिसके घर शादी थी. उसका पूरा परिवार हैरान रह गया. किसी तरह से शादी निपटाई गई. जिस भाई के घर शादी थी उन्हें बाद में अपने भाई की साजिश की भनक लग गई और बाद में उन्होंने थाने में जाकर उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी. बता दें कि कोरोना काल में शादी समारोह के दौरान भीड़ की संख्या पहले से घटा दी गई है. नियम का उल्लंघन करने पर जुर्माना और जेल दोनों का प्रावधान है.

यह है पूरा मामला

ये पूरा मामला नैनीताल जिले के रामनगर का है. यहां दो भाइयों सुरजीत और कुलदीप के बीच काफी समय से विवाद चल रहा है. इसी महीने सुरजीत के बेटे की शादी हुई, जिसमें कुलदीप ने अपना बदला निकाल लिया. हुआ कुछ ऐसा कि सुरजीत ने बेटे की शादी के लिए सिर्फ 80 कार्ड ही छपवाकर बांटे थे, लेकिन उसके भाई ने चुपके से सौ कार्ड और छपवाकर श्रमिकों में बांट दिए. 3 दिसम्बर को शादी थी. प्रतिभोज में अंजान लोगों व श्रमिकों को देखकर सुरजीत आश्चर्य में पड़ गए. उन्होंने जानकारी ली तो पता चला कि वह कार्ड घर आने पर ही शादी में आए हैं. पूछताछ करने पर मामले का खुलासा हुआ. शादी के आयोजन पूरे होने के बाद सुरजीत ने कोतवाली पहुंचकर भाई कुलदीप के खिलाफ षडयंत्र की तहरीर दी.

श्रमिक घरों को भरकर ले गए खाना

पुलिस के मुताबिक सुरजीत के पुत्र की जिस युवती से शादी हुई. वह मूलरूप से बाजपुर की रहने वाली है. लेकिन वह कनाडा में जाकर बस गई है. शादी में कई अंजान लोग व श्रमिक न केवल पहुंच गए थे. बल्कि वह घरों को भी भरकर खाना ले गए.