जबलपुर. वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन द्वारा आठ सूत्रीय मांगों को लेकर शंखनाद आंदोलन का आगाज किया है. इसकी जानकारी यूनियन के मंडल सचिव का. नवीन लिटोरिया ने संगठन कार्यालय में आयोजित बैठक में दी.

उन्होंने बताया कि वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन के तत्वाधान में रेल प्रशासन की मजदूर विरोधी नीतियों के विरोध में यूनियन के आव्हान पर 1 दिसम्बर से 17 दिसम्बर तक शंखनाद कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.

इसके तहत 1 जनवरी 2004 के बाद भर्ती सभी रेल कर्मचारियों को न्यू पेंशन स्कीम समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना में शामिल करने, 1 जनवरी 2020 से फ्रिज महंगाई भत्तेे आदेश जारी कर भुगतान करने, रात्रि कालीन ड्यूटी भत्ता की सीलिंग इमेज समाप्त कर सभी कर्मचारियो को रात्रि ड्यूटी भत्ता का भुगतान करने, भारतीय रेलवे स्टेशन रेलगाडिय़ों एवं उत्पादन इकाइयों को बेचने एवं प्राइवेट हाथों में देने पर रोक लगाने आदि मांगों को लेकर कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे.

इसी तरह पश्चिम मध्य रेलवे के तीनों मंडलों में खाली पड़े पदों को भरने, पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर, भोपाल तथा कोटा में लम्बित अंतर मंडलीय स्थानान्तरण आदेश शीघ्र जारी करने, प्वाइंटसमैन की ड्यूटी के घंटे 12 से 8 घंटे करने एवं ट्रैकमैन की पेट्रोलिंग बीट को 16 किमी. से 12 किमी. करने की मांग को लेकर पश्चिम मध्य रेलवे के सभी स्टेशनो, सभी कार्यालयों पर धरना प्रदर्शन कर जनजागरण के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे.

यूनियन के मंडल अध्यक्ष का. बी.एन. शुक्ला ने कहा कि शंखनाद कार्यक्रम के तहत रोजाना कर्मचारियों से अपनी समस्याओं के बारे में चर्चा की जा रही है व युवा रेल कर्मियों को एनपीएस के खिलाफ शंखनाद आंदोलन से जुडऩे का आव्हान किया जा रहा है. इसी तारतम्य में डीजल शेड एनकेजे, सतना एवं जबलपुर में युवा कर्मियों ने एनपीएस को हटाने के लिये शपथ ली.

यूनियन ने युवा रेल कर्मचारियो के हितों को ध्यान मे रखकर ही एनपीएस के खिलाफ युवा रेलकमिज़्यों को साथ लेकर जनांदोलन बनाया है. यही शंखनाद कार्यक्रम का लक्ष्य है. इस कार्यक्रम के अंतर्गत पावर, टॉवर वैगन शेड पर कर्मचारियों से जनसंपर्क किया गया.