मुंबई. संगीतकार साजिद- वाजिद की जोड़ी के वाजिद खान का इसी साल 1 जून को निधन हो गया. उनके निधन के बाद उनकी पत्नी कमलरुख ने वाजिद के परिवार वालों पर धार्मिक उत्पीडऩ का आरोप लगाया है. सोशल मीडिया पर एक लेटर लिखकर कमलरूख ने बताया कि उन्हें उनके ससुराल वालों द्वारा परेशान किया जा रहा है और इस्लाम कबूल करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. आपको बता दें कि कमलरुख एक पारसी परिवार से हैं.

ट्विटर पर कमलरुख ने लिखा, मैं पारसी हूं और वो मुस्लिम थे. इतना समझिए कि हम कॉलेज स्वीटहार्ट्स थे. यहां तक कि जब हमने शादी की तो स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत की. मैं अपना अनुभव साझा करना चाहती हूं कि किस तरह मुझे इंटरकास्ट मैरिज करने के बाद धार्मिक आधार पर भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है. यह बेहद शर्मनाक है और सबकी आंखे खोल देने वाला है.

वाजिद खान की पत्नी ने आगे बताया कि उनकी परवरिश एक पारसी खानदान में लोकतांत्रिक मूल्यों को ध्यान में रखते हुए हुई है. लेकिन वाजिद के परिवार वालों की तरफ से उन्हें बहुत दिक्कतें झेलनी पड़ी. उन्होंने बताया, 'शादी के बाद मेरी आजादी, शिक्षा, लोकतांत्रिक मूल्य, मेरे पति के परिवार वालों के लिए सबसे बड़ी मुसीबत बन गए. एक शिक्षित, विचारों की लेकर मुखर स्वतंत्र महिला बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं थी.

वाजिद खान की पत्नी ने बताया कि उन्होंने अपनी शादी के बाद इस्लाम में परिवर्तन को लेकर ससुराल वालों का बहुत दबाव झेला, उन्हें इसके लिए तलाक लेने तक को कह दिया गया था, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी. उनके इस लेटर के बाद बॉलिवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने उनका समर्थन किया है और पीएमओ इंडिया को टैग करते हुए एक ट्वीट किया है.

अपने ट्वीट में कंगना ने लिखा, वो मेरी दोस्त की विधवा हैं, एक पारसी महिला जिन्हें अपने परिवार द्वारा धर्म परिवर्तन के लिए उत्पीडि़त किया जा रहा है. मैं पीएमओ इंडिया से पूछना चाहती हूं कि जो अल्संख्यक ड्रामा, दंगे और धर्मांतरण की सहानुभूति नहीं रखते, हम उनकी रक्षा कैसे कर रहे हैं? पारसियों की संख्या शॉकिंग तरीके से घट रही है.