गूगल ने गुरुवार को कहा कि Google Messages के लिए ऐंड-टू-ऐंड इनक्रिप्शन जारी किया जा रहा है. टेक दिग्गज ने बताया कि ऐंड्रॉयड यूजर्स के लिए जारी किए जा रहे ऐड-टू-ऐंड इनक्रिप्शन के साथ किसी के लिए भी (सरकारी जांच एजेंसियों के लिए भी) Messages का कॉन्टेन्ट पढ़ना मुश्किल होगा.

गूगल के प्रॉडक्ट लीड ड्र्यू रॉनी ने रोलआउट का ऐलान करते हुए कहा, 'ऐंड-टू-ऐंड इनक्रिप्शन से यह सुनिश्चित होता है कि गूगल समेत सभी थर्ड पार्टियां और कोई भी आपके फोन और दूसरे व्यक्ति के फोन भेजे जा रहे मेसेज को ना पढ़ पाएं.'

बता दें कि गूगल का यह कदम एसएमएस से रिच कम्युनिकेशन सर्विसेज (RCS) स्टैंडर्ड पर अपग्रेड का एक हिस्सा है. यह फीचर अभी ऐंड्रॉयड डिवाइसेज के जरिए मेसेज भेज रहे लोगों के लिए उपलब्ध होगा. ऐंड-टू-ऐंड इनक्रिप्शन के साथ ही गूगलके मेसेजिंग ऐप्लिकेशन में अतिरक्त प्रिवेसी और सिक्यॉरिटी फीचर्स आए हैं. लेकिन इस बीच दुनियाभर की सरकार जांच एजेसिंयां यह सवाल उठा रही हैं कि मजबूत इनक्रिप्शन के साथ अपराधियों के लिए अपनी ऐक्टिविटी को छिपाना आसान हो सकता है.

गौर करने वाली बात है कि डिजिटल राइट्स ऐक्टिविस्ट पिछले काफी समय से मजबूत इनक्रिप्शन को सपॉर्ट कर रहे हैं. ताकि सरकारें और साइबर क्रिमिनल यूजर्स की जासूसी ना कर सकें. लेकिन सरकारों ने कई बार चेतावनी दी है कि टेक्नॉलजी के चलते अपराधियों को जांच में बचने में मदद मिलती है.