देहरादून.   उत्तराखंड के देहरादून में दूसरों के मकान दिखाकर बैंक के साथ फ्रॉड करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. आरोपियों ने किसी और के मकान दिखाकर बैंक से 97 लाख 60 हजार रुपये का लोन लिया और इस रकम को डकार गए. बैंक लोन की किस्तें भरने के लिए नोटिस भेजता रहा, लेकिन किस्त नहीं भरी गईं. गड़बड़ी का अंदेशा होने पर बैंक ने जांच शुरू की तब कहीं जाकर मामले का खुलासा हो सका. अब इस मामले में नेहरू कॉलोनी पुलिस ने 8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. आरोपियों ने दूसरे के मकान दिखाकर आईडीबीआई बैंक से 97 लाख 60 हजार रुपये का लोन लिया था. इस संबंध में आईडीबीआई के सहायक महाप्रबंधक प्रशांत आनंद ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया है. चलिए पूरा मामला बताते हैं. साल 2017 में कृष्ण कुमार अग्रवाल, प्रविंद्र सैनी, अर्जुन, बिट्टू कुमार, सुमित कुमार, अमर सिंह, गोपाल सिंह और नवीन अग्रवाल ने बैंक से लोन लिया था.

इन लोगों ने जालसाजी कर कुछ मकानों के फर्जी दस्तावेज तैयार कराए और बैंक से 97 लाख 60 हजार रुपये का लोन लिया. लोन लेते वक्त आरोपियों ने रायवाला के हरिपुरकलां में पांच मकानों को अपना बताया था. लोन लेने के बाद आरोपियों ने बैंक में किस्त जमा नहीं कराई. इसके बाद बैंक ने मकान मालिक को नोटिस भेजा. जांच शुरू हुई तो पता चला कि मकान के असली मालिक लक्सर निवासी अशोक कुमार और बिजनौर निवासी सलीम राशिद हैं. बैंक ने इन लोगों से बातचीत की तो असली मालिकों ने लोन नहीं लेने की बात कही. जांच के दौरान पता चला कि लोन लेने के लिए आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कराए थे. अब इस मामले में पुलिस ने 8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. सभी आरोपी ऋषिकेश, हरिद्वार और देहरादून के रहने वाले हैं. बैंक अधिकारियों की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.