बहुत कम लोग यह बात जानते हैं कि घर, ऑफिस या किसी दूसरी जगह वास्तुदोष होने पर उसका असर सीधे आपके भविष्य के साथ-साथ आपके कारोबार पर भी पड़ता है. यही नहीं, कुछ भी गलत हो जाने पर इसका जिम्मेदार वास्तु को ही लोग मानते हैं और फिर इसे सही करने के लिए कई तरह के उपाय करने में जुट जाते हैं.

हालांकि इसके बावजूद भी वास्तुदोष कम नहीं हो पाता है. अब आप सोच में पड़ गए होंगे कि तमाम तरह के उपाय करने पर भी आपका वास्तुदोष कम क्यों नहीं हो रहा…

बता दें कि कुछ भी गलत होने पर आप यह तो पता लगा लेते है कि घर या ऑफिस में वास्तुदोष है, लेकिन आप इस बात को नहीं समझ पाते कि जो कुछ घटना घट रही है वो किस वास्तुदोष के कारण हो रही है.

ध्यान रहें कि, जहां पर वास्तुदोष है अगर उसी का समाधान किया जाए तब जाकर कुछ समाधान निकलते हैं. यही नहीं, वास्तुशास्त्र में जितना महत्व ऊर्जा का रहता है उतनीं ही अहमियत दिशाएं भी रखती हैं. जान लें कि किसी भी दिशा में वास्तुदोष होने पर उसका प्रभाव भी अलग-अलग रहता है.

यहां जानें किस दिशा का गलत वास्तु कैसे जिंदगी को प्रभावित कर बैठता है –

जिस घर के सबसे अहम कोणे यानी कि ईशान कोण में वास्तुदोष है, उस घर में मालिक सहित सभी पुरुष और संतान पर इसका गलत प्रभाव पड़ता है.

वहीं, घर के पूर्व दिशा के वास्तुदोष का सीधा असर आपके संतान की सेहत पर पड़ता है और घर की संतान अक्सर बीमार रहती है.

दरअसल, जिस घर के आग्नेय कोण में वास्तुदोष होता है, उस घर की दूसरी संतान पर इसका नकारात्मक प्रभाव बड़ी तेज़ी से पड़ता है.

अब बात जब घर की दक्षिण दिशा की करें तो इसमें वास्तु दोष का असर उस घर की मुख्य महिला पर पड़ता है.

जान लें कि घर के पश्चिम- दक्षिण कोण में वास्तुदोष का असर उस घर के मालिक, उसकी पत्नी और पहली संतान पर पड़ता है.

साभार: वेद संसार डॉट कॉम