सुहाग के कई प्रतीक होते हैं जैसे बिंदी, महेंदी, सिन्दूर, मंगलसूत्र, पायल, बिछिया इत्यादि. लेकिन कभी-कभी ये सुहाग के प्रतीक त्वचा की एलर्जी का कारण भी बन जाते हैं. कई महिलाओं को महेंदी, बिंदी या गहने पहनने की वजह से त्वचा में खुजली होने लगती है. बिंदी से होने वाली एलर्जी को बिंदी डर्मेटाइटिस कहते हैं क्योंकि इसमें पैरा टर्शरी ब्यूटाईल प्लेनोल का इस्तेमाल किया जाता है,जिसकी वजह से स्किन पर नुकसान होता है. पहले की महिलाएं माथे पर कुमकुम की बिंदी का प्रयोग करती थीं जिससे इस प्रकार की समस्या नहीं होती थी लेकिन अब महिलाएं कई नए तरीके की बिंदी का प्रयोग करती हैं जिनकी वजह से माथे पर या बिंदी लगाने वाली जगह पर खुजली होने लगती है, सफ़ेद दाग हो जाता है, फुंसी हो जाती है इत्यादि. यहां हम बात कर रहे हैं कि अगर सुहाग का प्रतीक बिंदी लगाने से माथे पर खुजली होती है तो बिना देर करें इन उपाय को करें. 

जब भी आप माथे पर बिंदी लगाये उसके पहले आप अच्छे से माथे पर तिल का तेल लगा लें, इससे बिंदी लगाने के पश्चात् बिंदी से कोई एलर्जी नहीं होगी. यह एक साधारण सा उपाय है जिसे आप प्रतिदिन कर सकती है. इस प्रकार की एलर्जी तिल के तेल से खत्म हो जाती है.

कुमकुम की बिंदी लगाने से खुजली नहीं होती और यह देखने में भी सुन्दर लगती है. तो आप भी कुमकुम की बिंदी ही लगाये. कभी-कभी आप डिज़ाइनर बिंदी का प्रयोग करें, लेकिन उसके बाद उस स्थान पर तिल या नारियल का तेल लगा लें जिससे आपको माथे पर एलर्जी न हो.

वैसे तो कपूर और नारियल का तेल हर प्रकार की एलर्जी को दूर करता है इसलिए अगर शरीर में कहीं भी एलर्जी हो तो कपूर और नारियल का तेल लगा सकते हैं. इसके साथ ही बिंदी से होने वाली एलर्जी पर भी कपूर का तेल बहुत असर करता है. बिंदी लगाने से पहले और रात को सोने से पहले बिंदी वाले स्थान पर कपूर और नारियल का तेल जरूर लगायें.

नीम के तेल के तो कई गुण है और कोई भी इन गुणों के ज्ञान से अछूता नहीं है. आप बिंदी लगाने के पूर्व नीम का तेल जरूर लगायें, इससे बिंदी वाले स्थान पर आपको जो भी एलर्जी हो रही है वो पूर्णतः नष्ट हो जाएगी. नीम का तेल त्वचा के लिए बहुत ही उम्दा माना जाता है.

अधिक चिपचिपी बिंदी का प्रयोग न करें:

कई बार हम ऐसी बिंदी का प्रयोग करते हैं जो बहुत अधिक चिपचिपी होती है तो कई घंटों तक माथे पर चिपकी रहती है. तो ऐसी बिंदी का प्रयोग न करें, इससे माथे पर एलर्जी होने की सम्भावना अधिक हो जाती है. कम चिपचिपी बिंदी का प्रयोग करें.