नैनीताल. उत्तराखंड की कुमाऊं यूनिवर्सिटी की पीएचडी प्रवेश परीक्षा सम्पन्न हो चुकी है. ऐसा पहली बार होगा कि परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों से गुजरना होगा, उसके बाद ही उन्हें काउंसिलिंग के बाद कॉलेज आवंटित होंगे.

बताया जा रहा है कि 12 नवंबर तक सवालों व उत्तर कुंजी में दिए गए जवाब पर 50 से अधिक अभ्यर्थियों ने प्रत्यावेदन देकर आपत्ति दाखिल की है. अभ्यर्थियों के अनुसार परीक्षा में ना केवल सवाल गलत पूछा गया है, बल्कि कई सवालों के उत्तर की भी गलत व्याख्या कर जवाब दिए गए हैं. निदेशक शोध प्रो. ललित तिवारी के अनुसार सवाल व जवाबों को लेकर आपत्तियां संबंधित विभागों की विशेषज्ञ कमेटी को भेजे गए हैं. वहां से निस्तारण के बाद ही आगे की प्रक्रिया होगी.

पीएचडी प्रवेश परीक्षा में पहली बार अभ्यर्थियों को साक्षात्कार की सीढ़ी पार करनी होगी. अब तक प्रवेश परीक्षा के बाद सफल अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग होती थी. फिर उन्हें कॉलेज आवंटन किया जाता था. मगर इस बार संबंधित विषय में 30 प्रतिशत अंक साक्षत्कार के होंगे. एक पेपर में सौ में से 50 प्रतिशत अंक मिलने पर ही लिखित परीक्षा में सफल घोषित होंगे.

पीएचडी के लिए आवेदन कर चुके नेट जेआरएफ अभ्यर्थियों को सीधे दाखिला मिलेगा. ऐसे अभ्यर्थियों की संख्या चार सौ के आसपास बताई जा रही है. इसके अलावा केंद्रीय शोध संस्थानों की प्रवेश परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को भी सीधे प्रवेश मिलेगा.