दिवाली का त्यौहार अपने साथ रौनक और खुशियां लेकर आता है. दिवाली मनाने में मशरुफ लोग यह भूल जाते हैं कि उनके द्वारा जलाए जाने वाले पटाखे न सिर्फ पर्यावरण बल्कि सेहत के लिए भी हानिकारक है. जहां पटाखों का धुओं आंखों व त्वचा को नुकसान पहुंचाता हैं वहीं यह लिवर व किडनी पर भी इफैक्ट डालता है. ऐसे में बहुत जरूरी है कि आप पटाखें कम से कम जलाएं. इसके अलावा दिवाली सेलिब्रेट करने के साथ अपनी सेहत, आंखों व त्वचा पर भी ध्यान देना जरूरी है.

आंखों की केयर

पटाखों से निकलने वाला धुआं आंखों में इरिटेशन, जलन, पानी आना, खुजली, इंफैक्शन का कारण बन सकता है. वहीं अगर पटाखे की चिंगारी आंखें में चली जाए तो रोशनी भी जा सकती है. ऐसे में जरूरी है कि पटाखे जलाते समय आप कुछ सावधानियां बरतें.

-पटाखे जलाते समय आंखों पर चश्मा लगाएं, ताकि इससे निकलने वाला धुआं या चिंगारी आंखों को नुकसान न पहुंचा सके.

-समय-समय पर आंखों को जरूर धोएं, क्योंकि दिवाली के समय हर तरफ पटाखों का धुआं फैला होता है, जो आंखों को नुकसान पहुंचाता है.

-आंखों को धोने के लिए ठंडे पानी का ही इस्तेमाल करें और खुजली या जलन होने पर भी आंखों को मसलने या रगड़ने से बचें, नहीं तो परेशानी हो सकती है.

-अगर आप कॉन्टैक्ट लेंस का पहनते हैं तो पटाखे जलाते वक्त इन्हें उतार दें.

-रात सोते वक्त आई ड्रॉप डालें. बीच में भी आंखों में तकलीफ, दर्द, लालपन या खुजली होने पर भी आईज ड्रॉप डालें.

क्या करें?

अगर आंखों में इरिटेशन या चिंगारी चली जाए तो सबसे पहले आंखों को पानी से धोएं. इसके बाद तुरंत किसी डॉक्टर से चेकअप करवाएं.

बालों व त्वचा की सुरक्षा भी है जरूरी

पटाखों का धुआं जहां आंखों को नुकसान पहुंचाता है वहीं इससे बालों व त्वचा में रूखापन, पिंपल्स जैसी समस्याएं भी हो जाती हैं. जिनकी स्किन सेंसटिव होती हैं उन्हें और भी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है इसलिए...

. पूरे कपड़े पहनने के बाद ही पटाखें जलाएं और मुंह पर मास्क जरूर पहलें.

. प्रदूषण और धूल मिट्टी से बचने के लिए अपनी त्वचा पर एंटी-पॉल्यूशन सीरम लगा लें.

. रात को सोने से पहले एक्सफोलिएट व क्लिजिंग करना न भूलें, ताकि सारी धूल-मिट्टी निकल जाए.

. दिनभर में कम से कम 8-9 गिलास पानी पीएं, ताकि बॉडी व त्वचा दोनों हाइड्रेट रहें.

. एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन-सी और ई से युक्त चीजों का सेवन करें.

. होंठ ड्राई न हो इसके लिए अपनी पॉकेट में लिप बाम रखें और जरूरत पड़ने पर लगाएं.

. बालों को प्रदूषण से बचाने के लिए नारियल, सरसों का तेल लगाएं और फिर अगली सुबह धोएं.

. पटाखें जलाते समय बालों को स्कार्फ या हैट से कवर करें.

. बालों को खुला छोड़ने से बचें क्योंकि इससे उनमें आग लगने का डर होता है.

कानों को भी हो सका है नुकसान?

पटाखों का धुआं ही नहीं बल्कि इससे निकलने वाला शोर भी आपके लिए खतरनाक है. आप कुछ देर पटाखों के पास खड़े हो जाएं, थोड़ी देर बाद आप नोटिस करेंगे कि आपके कान में हल्की-हल्की आवाज आवाज व झनझनाहट होने लगी है. इतना ही नहीं, तेज ध्वनि वाले पटाखें तो आपको बहरा भी बना सकते हैं.

. एयर प्लग लगाकर पटाखें जलाएं या ईयर मफ्स (Ear muffs) लगा लें.

. कान संबंधी कोई दिक्कत या परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर से चेकअप करवाएं.

. छोटे बच्चों को घर के अंदर रखें.

. अपने पालतू जानवरों को भी घर से बाहर ना निकलने दें.

. रात को सोने से पहले कानों में सरसों का तेल डाल  लें.

पटाखों से हाथ जल जाए तो क्या करें?

अगर पटाखों से हाथ-पैर जल गए हैं तो पहले उन्हें ठंडे पानी में डालें.अगर घाव छोटा है तो उसपर नारियल तेल, नीम तेल, एलोवेरा या शहद लगाएं. इससे आराम मिलेगा. इसके बार फौरन डॉक्टर से चेकअप करवाएं.