हल्द्वानी. कमलुवागांजा रोड स्थित आदर्श जीवन नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती सात युवक शुक्रवार रात 12 बजे भाग निकले. परिजनों का आरोप है कि केंद्र में उनका उत्पीडऩ किया जा रहा था. जिस वजह से उन्होंने यह कदम उठाया. पुलिस को मामले की लिखित शिकायत की जाएगी. संचालक पुलिस को फोन न कर दे, इसलिए रात में उसका फोन भी युवकों ने उठा लिया. घटना के बाद नशा मुक्ति केंद्र एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गया है.

आदर्श जीवन नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती पिथौरागढ़ के आगर गांव निवासी प्रवीन कुमार टम्टा की बीते रविवार को जमकर पिटाई की गई थी. जिसके बाद उसने निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया. वहीं संचालक द्वारा स्थानीय पुलिस को सूचना देने की बजाय शव को एंबुलेंस से घर भिजवा दिया. गांव में परिजनों ने बॉडी पर चोट के निशान देख हंगामा काटा और हत्या का आरोप लगाया. पिता द्वारा मुकदमा दर्ज कराने पर पुलिस ने हत्या के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. इसमें तीन कर्मचारी व दो मरीज शामिल थे.

वहीं शुक्रवार देर रात दमुवाढूंगा, गन्ना सेंटर व गौलापार क्षेत्र के सात युवा केंद्र से भाग निकले. फरार युवकों में से एक के बड़े भाई बंटी सागर ने बताया कि नशा मुक्ति केंद्र में उत्पीडऩ से तंग आकर मरीजों ने ऐसा कदम उठाया. बंटी का आरोप है कि प्रवीन की हत्या के बाद उसके भाई ने ही पुलिस को अहम सुराग दिए थे. जिसके बाद से वह काफी डरा हुआ था.