जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर रेल मंडल ने आज शनिवार 7 नवम्बर से एक अभिनव प्रयास शुरू किया है, जिसके तहत चलती ट्रेन में यात्री मार्केटिंग कर सकेंगे. फिलहाल नॉन फूड आयटम की बिक्री को इस रनिंग ट्रेन में मार्केटिंग करने की अनुमति प्रदान की गई है.

कोविड के कारण रेल यात्रियों को होने वाली असुविधा से बचने एवं अनाधिकृत सामग्री बेचने वाले वेंडरो पर लगाम लगाने के लिए रेलवे ने पश्चिम मध्य रेलवे का जबलपुर  मंडल में पहला इनोवेटिव आइडिया चलती ट्रेन में नान फ़ूड सामग्री के विक्रय का किया है. इस सम्बन्ध में वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक विश्वरंजन ने बताया कि ट्रेन में जहर खुरानी सहित अनेक अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए मंडल में उक्त अभिनव प्रयोग से अवैध वेंडर्स की गतिविधियों को रोकने में सहायता मिलेगी. साथ ही नये प्रयोग से रेलवे को लायसेंस फीस के रूप में बड़ी रकम भी मिलेगी. रेलवे ने अपना यह अभिनव प्रयोग जबलपुर-कटनी-सिंगरौली-बीना खंड में प्रारंभ किया है. 

इस अधिकृत वेंडर योजना का शुभारम्भ आज कटनी स्टेशन पर रेलवे के क्षेत्रीय प्रबंधक प्रिंस विक्रम ने वेंडर्स को वैध डिजिटल आईडी प्रदान करते हुए उन्हें ट्रेनों में चलने की मंजूरी प्रदान की.

इस सम्बन्ध में वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कोचिंग मनोज कुमार गुप्ता ने बताया कि इस योजना के वेंडर अधिकृत यूनिफार्म में प्रत्येक ट्रेन के शयनयान श्रेणी के कोच में पैक्ड सामग्री का एम.आर.पी. पर नान फ़ूड आइटम के  विक्रय करने हेतु अधिकृत किये गए है . ये वेंडर्स यात्रियों की सुविधा के लिए प्रात: 06 बजे से रात्रि 21 बजे तक यात्रियों की आवश्यकता की उपयोगी सामग्री का विक्रय चलती ट्रेन में करेंगे.