अफ्रीका का इथियोपिया घर है कई प्राचीन जनजातियों का. यहां एक ओर खूंखार मुर्सी जनजाति है तो दूसरी ओर सूरी समुदाय जिसमें खूबसूरती के पर्याय बाकी दुनिया से अलग होते हैं. शादी करने के लिए भी लड़कों को शौर्य का परिचय देना होता है, जिसमें अगर जान भी चली जाए तो कोई गम नहीं किया जाता. नवभारत टाइम्स ऑनलाइन से बातचीत में पेशे से जियोफिजिसिस्ट रत्नेश पांडे ने सुनाई है कहानी इथियोपिया के दक्षिण-पश्चिम में रहने वाली छोटी जनजाति सूरी की जो सूरमा के नाम से भी चर्चित है. रत्नेश 11 साल से अफ्रीका के तंजानिया में कार्यरत हैं और दुनियाभर के 35 देश घूम चुके हैं. पश्चिमी ओमो घाटी के बेंच माजी इलाके में रहने वाली इस जनजाति के लोगों का मुख्य काम जानवर चराना है. इनकी जनसंख्या 20,000 है और ये नीलो-सहारन भाषा बोलते हैं. 'सूरी' जनजाति के लोगों का रहन-सहन काफी अलग है. 

इथियोपिया अफ्रीका के 'सींग' में स्थित एक लैंड लॉक देश है जो सरकारी तौर पर इथियोपिया संघीय लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में जाना जाता है. सींग पूर्वी अफ्रीका का एक प्रायद्वीप है. यह अरब सागर में सैकड़ों किलोमीटर तक फैला है और अदन की खाड़ी के दक्षिणी किनारे पर स्थित है. मानचित्र पर इसका स्वरूप एक सींग के समान लगता है, इसीलिए इसे यह नाम दिया गया है. यह अफ्रीकी महाद्वीप का सबसे पूर्वी विस्तार है. इसको मध्ययुगीन काल में बिलाद अल बरबर कहा जाता था. अफ्रीका का सींग के क्षेत्र में इरिट्रिया, जिबूती, इथियोपिया और सोमालिया जैसे देश स्थित हैं. इसका क्षेत्रफल लगभग 20,00,000 स्क्वेयर किमी है और लगभग 10.02 करोड़ लोग यहां निवास करते हैं. यह अफ्रीका का दूसरा सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश है और इसमें 85.2 लाख से अधिक लोग बसे हुए हैं. क्षेत्रफल के हिसाब से यह अफ्रीका का दसवां सबसे बड़ा देश है. इसकी राजधानी अदीस अबाबा है. इथियोपिया सूडान से दक्षिणपूर्व में, इरिट्रिया से दक्षिण में, जिबूती और सोमालिया से पश्चिम में, केन्या से उत्तर में और दक्षिण सूडान से पूर्व में स्थित है. यह दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला स्थल-रुद्ध देश है.

सूरी जनजाति में भी दूसरी जनजातियों की तरह परंपराएं अनोखी और हजारों साल पुरानी होती हैं. यहां शादी करने का तरीका भी काफी अजब-गजब है. सूरी जनजाति के लोग बहुत चौड़े होठों को सुंदरता की निशानी समझते हैं. यहां तक कि सूरी जनजाति की अनोखी प्रथा के तहत, लड़कियों के यौवन अवस्था में प्रवेश करते ही उनके निचले जबड़े के दो दांत तोड़ दिए जाते हैं और होंठ को काटकर छेद बना दिया जाता है. इसके बाद उनके होंठ में सख्त लकड़ी या मिट्टी का करीब 16 इंच चौड़ा टुकड़ा फिट कर दिया जाता है. समय के साथ- साथ इस डिस्क का साइज बढ़ाया जाता है ताकि उनके होंठ और बड़े हो जाएं और वे ज्यादा सुंदर दिखें. महिला के होंठ में लगाई गई प्लेट का साइज जितना बड़ा होगा, उसके पिता को दहेज में उतनी ज्यादा गाय मिलेंगी. आमतौर पर छोटी प्लेट वाली लड़की के पिता को 40 गाय और बड़ी प्लेट वाली लड़की के दहेज में 60 गाय मिलती हैं.

सूरी जनजाति के लड़कों को शादी करना आसान काम नहीं है. लड़कों को शादी करने के लिए पहले लड़ाई करनी होती है. जो यह जंग जीत जाता है उसको इनाम में दुल्‍हन मिल जाती है. शादी करने के तरीके भी काफी अजब-गजब हैं. इन्हें दुल्हन पाने के लिए अंतिम सांस तक लड़ाई करनी पड़ती है. इस परंपरा का नाम डोंगा है जिसमें कि कबीले के दो लड़के आपस में लड़ाई करते हैं. यह जंग इतनी खतरनाक होती है कि कभी-कभी जान भी चली जाती है. हालांकि, इन आदिवासियों के लिए जान से ज्यादा परंपरा को निभाना है. लड़ाई के दौरान इन लड़कों को कपड़े पहनने की इजाजत नहीं दी जाती. ये बिना कपड़ों के पूरी तरह नग्न होकर लाठियों से जंग के मैदान पर उतरते हैं और एक-दूसरे पर जानलेवा वार करते है.

इस जनजाति के युवक दुल्हन पाने के लिए जानवरों का खून पीते हैं. ऐसा माना जाता है कि खून पीने से उनके शरीर को ताकत मिलती है. हालांकि, डोंगा परंपरा के मुताबिक यहां आदिवासी लोग अपने रोज के खानपान में भी पशुओं का खून पीते हैं, लेकिन लड़ाई के दौरान इसका विशेष तौर पर सेवन किया जाता है. संघर्ष के दौरान कई युवकों की मौत को देखते हुए इथियोपिन सरकार ने 1994 में इस डोंगा परंपरा पर रोक लगा दी थी, लेकिन बाद में फिर इसे शुरू कर दिया गया. इस ट्राइब में महिलाओं को काफी आजादी दी गई है. ये किसी को भी अपना पार्टनर चुन सकते हैं. पुरुष को चुनकर ये अपने मन के हिसाब से उनसे संबंध तोड़ भी सकती हैं.