लग्जरी गाड़ियां के आगे खड़ी हुई मॉडल गाड़ियों की रौनक को और बढ़ाती हैं. यहां पहुंचने वाले लोग मॉडल्स के साथ फोटो क्लिक कराते दिखाई देते हैं. सबको लगता है खड़े रहकर बस मुस्कुराने की कितनी आसान नौकरी है. लेकिन इस मॉडल्स की मुस्कुराहट के पीछे छिपी होती है खामोशी और संघर्ष.  

मॉडलिंग करने वाली मॉडल ने कहा कि ऑटो एक्सपो में करीब 10 से 11 घंटे खड़े रहना पड़ता है. इस बीच डेढ़, दो घंटे की शिफ्ट होती है. इस दौरान हर आने जाने वाले के साथ फोटो क्लिक करते हुए मुस्कुराना पड़ता है. हाई हील्स पहनकर 10 से 11 घंटे खड़े रहने की वजह से ऐड़ियां दुखने लगती हैं. इसकी वजह से रात में नींद तक नहीं आती है. वहीं लगातार मुस्कुराने की वजह से लगता है कि गाल खिंच गए हैं.

मॉडल ने बताया कि सिलेक्शन की प्रक्रिया काफी डिप्रेशन वाली होती है. कई मॉडल को जब उनके लुक्स की वजह से रिजेक्ट कर दिया जाता है, तो वे डिप्रेशन तक में चली जाती हैं.

फैशन इंडस्ट्री में घरेलू मॉडल को विदेशी मॉडल के मुकाबले आधे पैसे मिलते हैं. विदेशी मॉडल को एक दिन के करीब 14 से 15 हजार रुपए मिलते हैं, जबकि घरेलू 5 से 7 साल एक्सपीरिएंस वाली मॉडल को 7 हजार रुपए तक मिलते हैं. वहीं नई मॉडल को 3 हजार तक मिलते हैं. वहीं काम मिलने को लेकर काफी दुविधा रहती है. जब कोई बड़ा इवेंट होता है, तब ही काम मिलता है वरना खर्च निकालना भी मुश्किल हो जाता है. वहीं विदेशी मॉडल की आने की वजह से इस फील्ड में कॉम्पटीशन बढ़ गया है. राधिका के अनुसार 5 फुट 2 इंज से कम हाइट वाली मॉडल को रैंप पर चलने का मौका नहीं दिया जाता है, जबकि विदेशी मॉडल के आमतौर पर इससे ज्यादा ही हाइट होती है.

मॉडलिंग के लिए ज़रूरी

उम्र– 18 से ज्यादा होनी चाहिए

हाइट– लड़कियों के लिए 5 फुट 2 इंच होनी चाहिए

अपीयरेंस – खूबसूरत पर्सनैलिटी, स्लिम बॉडी

भाषा – अच्छी हिंदी और अंग्रेजी

ब्रांड के बारे में अच्छी जानकारी

क्या सुविधाएं मिलती हैं

ट्रैवल और खाने का खर्च

ड्रेस

फुट वियर

एसेसरीज