कोटा/जबलपुर. वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन द्वारा पश्चिम मध्य रेलवे के समस्त स्टेशनों, कार्यस्थलों, गैंगचालों, रेलवे कॉलोनियों में रेलकर्मचारियों को बोनस, रेलों के निजीकरण, एनपीएस के प्रति जागरूकता के तहत बोनस अधिकार पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है.

यूनियन के कोषाध्यक्ष इरशाद खान ने आज कोटा के कैरिज एण्ड वेगन विभाग सिकलाईन में आम सभा को संबोधित करते हुये बताया कि रेलकर्मचारियों ने अपनी मेहनत के द्वारा किया गया उत्पादक्ता आधारित बोनस (पीएलबी) केन्द्र सरकार द्वारा कोरोना महामारी की आड़ में कटोति करने पर अमादा है. बोनस सन् 1974 की ऐतिहासिक रेल हड़ताल के बाद रेलकर्मचारियों के संघर्ष के परिणाम स्वरूप रेलकर्मचारियों को मिलना प्रारंभ हुआ है यह रेल कर्मचारियों का अधिकार है हम इसे लेकर रहेंगे. केन्द्र सरकार दुर्गापूजा से पहले बोनस का भुगतान करे अन्यथा वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन उग्र आन्दोलन करेगी जिसकी समस्त जवाबदारी रेल प्रशासन की होगी.

अमर शहीदों की कुर्बानी से मिला था बोनस अधिकार- मुकेश गालव

यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव ने बताया कि सन् 1974 की रेलहड़ताल के अमर शहीदों की कुर्बानी से मिले बोनस के अधिकार को केन्द्र सरकार द्वारा अनदेखी करने एवं कर्मचारियों के डीए, नाईट डयूटी आदि में कटौति एवं रेलों के निजीकरण, एनपीएस के विरोध में बोनस अधिकार पखवाड़ा मनाया जा रहा है.

बोनस अधिकार पखवाड़े के तहत कोटा मंडल तुगलकाबाद, भरतपुर, बयाना, गंगापुरसिटी, सवाईमाधोपुर, बांरा, बूंदी, रामगंजमंडी, भवानीमंडी, शामगढ़, विक्रमगढ आलोट के सभी स्टेशनों पर आम सभा करके केन्द्र सरकार द्वारा लगतार वेतन भत्तों में किये जा रहे कटौति के बारे में जागरूक किया जा रहा है. बोनस अधिकार पखवाड़ा दिनांक 16 अक्टूबर 2020 तक पूरे पश्चिम मध्य रेलवे के तीनों मंडलों कोटा, जबलपुर व भोपाल के समस्त रेलवे स्टेशनों, कार्यस्थलों, गैंगचालों, रेलवे कॉलोनियों में रेलकर्मचारियों को उत्पादक्ता आधारित बोनस (पीएलबी) के इतिहास के बारे में जागरूक किया जायेगा.

श्री गालव ने बताया कि पिछले दिनों नाईट डयूटी बन्द करने एवं कटौति करने के आदेश जारी हुये है इसी प्रकार बिना जॉब एनॉलिसिस के पोईन्टसमैनों एवं स्टेशना मास्टर का डयूटी रोस्टर 8 घंटे से बढ़ाकर 12 घंटे किया गया है. इससे रेलकर्मचारियों में भारी आक्रोश है.