ऐक्टर:ईशान खट्टर,अनन्या पांडे,जयदीप अहलावत,स्वानंद किरकिरे,जाकिर हुसैन,सतीश कौशिक

डायरेक्टर : मकबूल खान

श्रेणी:Hindi, Action Comedy, Drama

अवधि:1 Hrs 59 Min

बॉलिवुड में एक दौर था जबकि कुछ 2-3 कहानियों को ही हेर-फेर करके एक मसाला मूवी तैयार की जाती थी. फिल्म में मकबूल खान ने खूब बॉलिवुड के मसाला डायलॉग्स डाले हैं. फिल्म में ईशान और अनन्या के बीच आपको वो केमिस्ट्री देखने को नहीं मिलेगी जिसकी आप उम्मीद कर रहे होंगे. 

कहानी: एक रात ब्लैकी (ईशान खट्टर) की टैक्सी में खूबसूरत लड़की (पूजा) आ जाती है जिसके पीछे कुछ गुंडे लगे हुए हैं. पूजा अपनी शादी से भागी है और उसके बैग में बहुत सारा कैश और जैवर हैं. इसके बाद शुरू होता है इन दोनों का टैक्सी में एक सफर जिसमें ऐक्शन और रोमांस जैसे मसाले डाले गए हैं.

फिल्म में ब्लैकी के किरदार में ईशान खट्टर 80 और 90 के दशक के रजनीकांत और अमिताभ बच्चन का मिला-जुला रूप लगते हैं. फिल्म के पहले सीन से ही आपको अंदाजा लग जाता है कि आप फिल्म में आगे क्या देखने वाले हैं. फिल्म में गोलियों की बौछार के बीच हीरो को एक भी गोली नहीं लगती है.

फिल्म की कहानी बीच-बीच में फ्लैशबैक में चली जाती है और इसके बोछिल इमोशनल सीन फिल्म की कहानी की रफ्तार पर ब्रेक लगा देते हैं. हालांकि फिर भी ईशान ने ब्लैकी के किरदार के लिए काफी मेहनत की है. अनन्या ग्लैमरस लगी हैं लेकिन उनके लुक में आप मुंबई के रेड लाइट एरिया कमाठीपुरा की एक लड़की को इमैजिन नहीं कर सकेंगे.

हालांकि फिल्म में इंस्पेक्टर तावडे और भीम के किरदरा में जाकिर हुसैन और सतीश कौशिक ने कॉमिडी का तड़का भरपूर लगाया है. यूसुफ चिकना (जयदीप अहलावत) फिल्म का विलन है और उनकी परफॉर्मेंस हमेशा की तरह सॉलिड है. अपनी छोटी सी भूमिका में स्वानंद किरकिरे छाप छोड़कर जाते हैं. फिल्म में 3 गाने हैं और उनका म्जूजिक विशाल-शेखर ने अच्छा दिया है लेकिन शायद फिल्म में उनकी जरूरत ही नहीं थी.