म्यांनमार सीमा से सिर्फ 65 किलोमीटर दूर एशिया का एक अद्भभुत मार्केट स्थित है. इस मार्केट के कपड़े, मसाले, फल, फूल सबसे ज्यादा यहां का इतिहास और यहां के दुकानदार प्रसिद्ध हैं. ये है मणिपुर का ईमा केथिहल मार्केट. इस मार्केट की सबसे बड़ी खासियत ये है कि यहां 5000 महिला दुकानदार हैं और यहां सिर्फ महिलाओं के लिए ही जगह निर्धारित की गई है. ये सिर्फ एशिया का ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया का सबसे बड़ा महिला मार्केट है.

इमा मार्केट कई सालों से लगातार बढ़ रहा है और यहां अब कई लोग आते हैं, विदेशी सैलानी आते हैं जो मणिपुरी हैंडीक्राफ्ट, स्टाइलिश बैग्स, और कपड़ों से लेकर मसालों तक बहुत कुछ खरीद कर जाते हैं. इमा बाजार का अर्थ है ‘मां का बाजार’ और इसे नुपी कीथल के नाम से भी जाना जाता है. यहां सब्जी-फल से लेकर हर घरेलू सामान मिलता है.

यहां की सबसे तीखी मिर्च ‘मोरोक’ पूरी दुनिया में मश्हूर है और वो जगह-जगह एक्सपोर्ट की जाती है. ये मिर्च दुनिया की सबसे तीखी मिर्चों में से एक है. यह बाजार 1786 में बना था और इसके संचालन का जिम्मा महिलाओं ने उठाया था क्योंकि उस समय मणिपुर के सारे मर्द चीन और बर्मा की सेनाओं से युद्ध में उलझे हुए थे. परिवार की जिम्मेदारी महिलाओं के कंधे पर आ गई थी और तब से लेकर आज तक इस बाजार की कमान महिलाओं के हाथ में है.