पिछले 22 अप्रेल से 1अक्टूबर तक गुरुदेव राहु महाराज के साथ थे साथ ही गुरु देव मेष राशि मे शनि ग्रह की दृष्टि मे भी थे, यह समय संसार और पुरे विश्व के लिए संकट पुर्ण रहा,1 अक्टूबर के बाद राहु महाराज मीन राशि मे चले गए और 2 मई के बाद मेष राशि मे स्थित गुरुदेव शनि की नीच राशि और उनकी तीसरी सबसे खतरनाक दृष्टि से भी हट जाएंगे, यह समय संपूर्ण विश्व मे सज्जनों और धर्म परायण लोगो के लिएं सबसे उत्तम रहेगा, सामान्य जन मानस को कई प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलेगी.
*गुरु प्रधान समस्त राशियों के लिए शुभ समय.
*मेष,मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, वृस्चिक,धनु, कुंभ और मीन राशि के लिएं उत्तम समय .
*महगाई पर नियंत्रण होगा.
*विश्व स्तर में चल रहे युद्ध शान्ति की ओर बड़ेंगे.
*यूरोपियन देशों की अर्थ व्यवस्था डगमगाएगी
*भारत की आर्थिक उन्नति शानदार होगी.
*सनातन धर्म के कार्यों मै विस्तार होगा, सनातन की ध्वजा लहरायगी.
*विश्व स्तर मे खाद्य संकट समाप्त होगा.
*पेट और श्रवण तंत्र की बीमारी से राहत मिलेगी
*किसी धर्म गुरु को कड़ी कानूनी सजा मिलेगी.
*पूर्वोत्तर के सभी धर्म गुरु और प्रमुख मंदिरों के लिए समय उत्तम.
*सरसो, तुअर, चना दाल, समस्त पीली चीजो मे मंदी के योग.
*कीमती वस्तुओ की भावो मे कमी आयेगी.
*शेयर मार्केट उच्चतत पर जाएगा
*उपाय*-भगवान दत्त और काशी विश्वनाथ का विधि विधान से पूजन और नाम स्मरण विशेष लाभ प्रदान करने वाला होगा.
*विशेष सलाह*जिनकी कुंडली मे गुरु 2 नम्बर या वृष राशि का है उनके लिए खास समय .
*पंडित चंद्रशेखर नेमा हिमांशु
9893280184
कुंडली के सभी भावों पर सूर्य और शनि युति का प्रभाव
कुंडली के दसवें भाव में गुरु ग्रह शुभ हो तो व्यक्ति ऊंचा पद प्राप्त कर सकता
जन्म कुंडली में यदि चंद्रमा दूसरे या आठवे भाव में हो, तो पसीना अधिक आता
सूर्य-शुक्र की युति जन्मकुंडली में हो तो कानों में सोने की बालियां पहनें