बच्चों में हो रहा समय से पहले शारीरिक बदलाव, कहीं अर्ली प्यूबर्टी की समस्या तो नहीं

बच्चों में हो रहा समय से पहले शारीरिक बदलाव, कहीं अर्ली प्यूबर्टी की समस्या तो नहीं

प्रेषित समय :11:30:15 AM / Wed, Apr 24th, 2024
Reporter : reporternamegoeshere
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बच्चे के जन्म के 12 से 14 साल की उम्र में उसके शरीर में बदलाव होने लगते है, लेकिन आजकल कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जिसमे अधिकतर बच्चों में समय से पहले शारीरिक बदलाव होने लगे हैं. मेडिकल की भाषा में इसको अर्ली प्यूबर्टी कहते हैं. उम्र से पहले शारीरिक बदलावों का आना शरीर को कई समस्याओं का शिकार कर सकता हैं. ऐसे में इसके संकेत समझना ज़रूरी हैं. डॉक्टरों के मुताबिक, आमतौर पर लड़को में प्यूबर्टी की उम्र 12 से 14 साल के बीच होती है. वहीं, लड़कियों में 10 से 13 साल की उम्र में प्यूबर्टी आती है. लेकिन अर्ली प्यूबर्टी के दौरान लड़कियों में 7 से 8 साल की उम्र से ही प्यूबर्टी केलक्षण दिखने लग जाते हैं.

वहीं लड़कों के शरीर में 9-10 साल की उम्र में ही बदलाव आने लगते हैं. छोटी उम्र में ही इन लक्षणों को नज़र आना बच्चों की हेल्थ के लिए अच्छा नहीं है. आइए जानते हैं अर्ली प्यूबर्टी के लक्षण क्या है.लड़कियों में ब्रेस्ट का आकार बढ़ना और उसमें पहले पीरियड 8 से 9 साल की उम्र मे होना, लड़कों में पेनिस के साइज का बढ़ना और भारी आवाज होना, प्यूबिक या अंडरआर्म के बालो की तेजी से ग्रोथ और मुंहासे आना अर्ली प्यूबर्टी के लक्षण माने जाते हैं.

क्यों होती है अर्ली प्यूबर्टी
एम्स में डॉक्टर विक्रम बताते हैं किशरीर में अर्ली प्यूबर्टी आने का कारण हार्मोन में बदलाव हैं. इसके अलावा ओबेसिटी यानी मोटापा और खराब खानपान भी इसके मुख्य कारण हैं. बहुत बार जेनेटिक्स की वजह से भी अर्ली प्यूबर्टी शुरू हो जाती है. अर्ली प्यूबर्टी के कारण शरीर में काफी परेशानी भी हो सकती है. अर्ली प्यूबर्टी की वजह से लड़कियों में पीरियड्स उम्र से पहले शुरू हो जाते हैं. जिसके कारण उन्हें शरीर मे बदलाव महसूस होने लगता और इसका सीधा असर मेंटल हेल्थ पर पड़ सकता है.

समय से पहले शारीरिक बदलाव के कारण बच्चे चिड़चिड़े हो जाते हैं. जिसके दौरान वे खुद को समाज से अलग करने लगते हैं. अर्ली प्यूबर्टी का शिकार हुए कुछ बच्चों में वजन बढ़ने की समस्या दिख सकती है. छोटी उम्र में शारीरिक बदलाव के कारण बच्चों में अचानक वजन बढ़ सकता है.

अर्ली प्यूबर्टी से बचाव- अर्ली प्यूबर्टी से शिकार बच्चे एक्सरसाइज करें. बच्चे विटामिन, मिनरल और फाइबर वाले फूड्स खाएं, जंक फूड्स से दूर रहें, स्ट्रेस फ्री और खुश रहने की कोशिश करें।