व्यक्ति के सोने की एक ऐसी जगह है. जहां पर मनुष्य अपने दिन भर की थकान मिटाता है और सुबह की नई ऊर्जा अर्जित करता है. मगर ऐसा तब होगा जब वास्तु के हिसाब से हो, अगर वास्तु हिसाब गलत दिशा में रखे पलंग पर जो व्यक्ति सोता है, उसे ठीक से नींद नहीं आती और मानसिक परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है. अगर गलत दिशा में रखे पलंग पर पति-पत्नी सोते हैं, तो उनके वैवाहिक जीवन में परेशानियां व बीमारी पैदा हो सकती हैं. आमतौर पर देखा गया है की कई घरो में तमाम अभावों के बावजूद भी दाम्पत्य जीवन बढ़िया चलता है. वही कई घर ऐसे भी घर हैं,जहां सुख-सुविधा होने के बाद भी छोटी-छोटी बातों पर कलह का माहौल बना रहता है. जीवन को सुखद बनाने के लिए बहुत जरूरी है कि सोने का पलंग चुनाव सही हो. इसके साथ ही दिशा, चादर का रंग और गद्दों आदि का सही होना आवश्यक है. इन सबके असंतुलित होने से झगड़ा,तनाव,स्वास्थ्य संबंधी जैसी परेशानियां पैदा हो सकती हैं.

बैडरूम के दरवाजे के ठीक सामने पलंग रखना वास्तु के हिसाब से सही नहीं माना गया है. अगर दरवाजे के सामनेसोने का स्थान होतो इससे वास्तुदोष पैदा होते हैं. इससे आर्थिक दिक्क़ते मानसिक तनाव एवं शरीर में रोग होने की संभावना बनी रहती है. अगर पलंग को दूसरे जगह पर बदल पाना संभव न हो, तो दरवाजे पर परदा डालकर रखना चाहिए एवं दरवाजे की तरफ पैर करके नहीं सोना चाहिए.

वास्तु की मान्यता है कि आपके पलंग के ठीक सामने दर्पण या ड्रेसिंग टेबिल नहीं होनी चाहिए, जिसमें सोते समय आपका प्रतिबिंब दिखाई देता हो. यह पति-पत्नी के रिश्तों पर बुरा असर डालता है एवं दर्पण में शरीर के जिस भाग का भी प्रतिबिम्ब दिखता है,उसमें रोग होने की संभावना हो जाती है. यदि पलंग के सामने ऐसा मिरर हो, जिसमें आपका प्रतिबिंब दिखाई देता हो, तो उस पर कपड़ा डालकर सोना चाहिए.

बेडरूम में पलंग लोहे का और आकार में धनुषाकार,अर्धचंद्राकार या वृत्ताकार नहीं होना चाहिए. इससे सोने में बेचैनी और व्याकुलता बढ़ सकती है. आयताकार,चौकोर लकड़ी के फर्नीचर ही वास्तु में शुभ माने गए हैं. वास्तु के अनुसार, आपके पलंग का सिरहाना और बिस्तर आरामदायक होना चाहिए. यदि सिरहाना ठोस लकड़ी का होगा, तो ज्यादा शुभ रहता है. सिरहाने के नीचे कोई भी वस्तु नहीं रखनी चाहिए, ऐसा होने पर नींद ठीक से नहीं आती है और जब नींद आती है, तो बुरे सपने आते हैं. इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि आपके पलंग की ऊंचाई न तो बहुत ज्यादा होना चाहिए और न ही बहुत कम.

पलंग के नीचे भी ऊर्जा निरंतर घूमती रहती है रहती है, जो कि आपके शरीर के चारों ओर संचारित होती है. इस ऊर्जा को ग्रहण करने के लिए पलंग की ऊंचाई व्यवस्थित रहनी चाहिए. सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखने के लिए पलंग के नीचे भारी सामान नहीं रखना चाहिए. अगर सामान रखा होगा, तो नकरात्मक ऊर्जा का स्तर बढ़ जाएगा और और अच्छी ऊर्जा शरीर को नहीं मिलेगी. सकारात्मक ऊर्जा से आपको शक्ति मिलती है और सुबह जब आप सोकर उठते हैं, तो एकदम तरोताजा महसूस करते हैं और दिनभर एनर्जी बनी रहती है.

अच्छी आरामदायक नींद के लिए जरूरी है कि आपका बिस्तर साफ़ हो,गद्दे,तकिया,चादर आदि फटे और गंदे नहीं हौं,ऐसे बिस्तर वास्तुदोष को बढ़ाते हैं.आपका पलंग यदि डबल बेड है,तो कोशिश करें कि उस पर लगाया जाने वाला गद्दा एक ही हो,दो गद्दे लगाने से पलंग के बीच में दरार बन जाती है जो वास्तु के अनुसार पति-पत्नी के संबंधों में टकराव का कारण बन सकती है.

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