सुरेन्द्र मोहन बिस्मिल जी उत्तर पुस्तिका के मुल्यांकन के कार्य से निवृत हो थकान मिटाने के लिए चाय पीने कैंटीन पहुंचे.तीन मित्र शिक्षक भगवत सिंह शेखावत, अर्जुन कपूर देव और परशुराम शर्मा आगे की मेज पर ही डटे हुए थे. बिस्मिल जी को देखते ही आवाज देकर बुला लिया और उनके लिए भी चाय भेजवाने के लिए मैनेजर रौशन को आवाज लगाई. औपचारिकता के आदान-प्रदान के बाद मुल्यांकन से शुरू हुई चर्चा शिक्षकों की वर्तमान स्थिति पर अनायास ही मुड़ गई.

अर्जुन ने खास ब्यवसायिक अंदाज में अपने आवंटित कार्यों को पूरा कर माह पूरी कर वेतन लेने से सरोकार जतलाया. परशुराम भाई ने असहमति जताई और यंत्रवत कार्य करते हुए सिर्फ आदेश पालन कर गुजर बसर करने की इस प्रवृत्ति से ऊपर उठकर विचार करने की जरूरत पर जोर दिया. शेखावत साहब ने बात को बढ़ाते हुए नवसमाज सृजन में शिक्षकों की भूमिका पर प्रकाश डालने की चेष्टा की तो बिस्मिल साहब उबल पड़े. उन्होंने शिक्षा के ब्यवसायिकरण पर अपनी भड़ास निकालते हुए शिक्षकों के नैतिक पतन को आज की दयनीय अवस्था के लिए जिम्मेदार बताया. अर्जुन बाबू ने असहमति जताते हुए इसे सही करार दिया इस दलील के साथ कि शिक्षकों को भी धन अर्जित कर समाज के अन्य वर्ग की तरह सम्मानपूर्वक जीवन यापन करने का अधिकार है और इसमें कोई बुराई नहीं है.अब बात सम्मान की उचित परिभाषा पर अटकी तो मतविभेद होना तय था.

बिस्मिल जी ने पारम्परिक गुरुओं का छात्रों और अभिभावकों सहित सम्पूर्ण समाज में व्याप्त आदर सम्मान की याद दिलाई. उनके समाज के उत्थान और पतन में महत्त्वपूर्ण भुमिका की विस्तार से चर्चा की. भगवतसिंह शेखावत ने भी पुनः उसी भुमिका में शिक्षकों के लौटने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि आज के समय में समाजिक विकारों को दूर करने और फिर से अनुशासित और सुसंस्कृत समाज की स्थापना हेतु शिक्षकों को अपनी महती भूमिका निभानी ही होगी.

परशुराम जी ने बड़ी कुर्बानी के लिए तैयार रहते हुए नव संकल्प ले शिक्षकों के आगे आने के लिए आह्वान करने का बीड़ा उठाने की बात की तो मानो सबको सांप सूंघ गया.चाय खत्म हो चुकी थी और मुंह का स्वाद कड़वा होने से पहले ही सभी ने वहां से चुपचाप खिसक लेने में भलाई समझी.

आज का दिन : ज्योतिष की नज़र में


जानिए कैसा रहेगा आपका भविष्य


खबर : चर्चा में


************************************************************************************




Disclaimer : इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करें और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य में कोई कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह [email protected] पर सूचित करें। साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दें। जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।