नई दिल्ली. हरियाणा के कांग्रेस नेता और विधायक कुलदीप बिश्नोई और उनकी पत्नी रेणुका के बैंक अकाउंट्स को लेकर स्विट्जरलैंड सरकार ने नोटिस जारी किया है. स्विस सरकार ने वहां के बैंक खातों और अन्य वित्तीय संपत्तियों के बारे में भारत के साथ ब्योरा साझा करने के लिए भारतीय प्राधिकरणों से प्रशासनिक सहायता अनुरोध मिलने के बाद सावज़्जनिक नोटिस जारी किया है.

स्विट्जरलैंड के नवीनतम संघीय राजपत्र में 7 जुलाई को प्रकाशित दो अलग-अलग नोटिस के अनुसार स्विस कानूनों के तहत सूचना साझा करने के खिलाफ अपील के अपने अधिकार का प्रयोग करने के लिए बिश्नोई को दस दिनों के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है.

बताया जा रहा है कि ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स स्थित दो कंपनियों ग्रैंडे मेसन लिमिटेड और होलीपोर्ट लिमिटेड के लिए भी इसी तरह के नोटिस जारी किए गए हैं. इन दोनों कंपनियों के बिश्नोई परिवार के साथ संबंध होने का संदेह है.

दोनों कंपनियों को एक ही दिन 19 जुलाई 1996 को गठित किया गया था. इनका नाम पनामा पेपर्स में भी आया था. आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार अगस्त 2014 से निष्क्रिय रहने के बाद अप्रैल 2016 में दोनों कंपनियों को कंपनियों की रजिस्ट्री से हटा दिया गया था.

गौरतलब है कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के पुत्र बिश्नोई राज्य की आदमपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं. नोटिस में बिश्नोई, उनकी पत्नी और दोनों फर्मों को स्विट्जरलैंड के संघीय कर प्रशासन द्वारा प्रस्तावित प्रशासनिक सहायता के खिलाफ अपील करने के अपने अधिकार का प्रयोग करने के लिए 10 दिनों के भीतर एक प्रतिनिधि नियुक्त करने के लिए कहा गया है. इस तरह की सहायता में स्विट्जरलैंड में बैंकों या अन्य वित्तीय संस्थानों के साथ खाता रखने वाले व्यक्ति या कंपनी के बैंकिंग व अन्य विवरण शामिल होते हैं.

हालांकि नोटिस में जांच के बारे में कोई विशेष विवरण नहीं दिया गया है. इस तरह के नोटिस आमतौर पर स्विस फेडरल टैक्स एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा एक विदेशी क्षेत्राधिकार के अनुरोध के साथ संदिग्ध कर चोरी या अन्य वित्तीय गड़बड़ी के प्रथम दृष्टया सबूत पेश करने के बाद जारी किए जाते हैं.

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