रामगंजमंडी (राजस्थान). हिन्द मजदूर सभा से संलग्न राजस्थान माईन्स वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष विजय वाजपेई ने बताया कि खानों में कार्य करने वाले खान श्रमिकों पर अत्याचार बढ़ता ही जा रहा है. श्रमिकों कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन की वजह से काफी परेशानी में चल रहे हैं. 

रामगंजमंडी स्थित एएसआई स्टोन कम्पनी कोरोना महामारी को मौका मानते हुये कोरोना की आड़ में स्थाई व अस्थाई खान श्रमिकों का शोषण कर रही है. भारत सरकार व राजस्थान राज्य सरकार द्वारा यह भी आदेश जारी किये गये थे कि कोई भी फेक्ट्री मालिक अपने अधीन कार्यरत स्थाई अथवा अस्थाई श्रमिकों को लॉकडाउन अवधि का पूरा पैसा देंगे. साथ ही नौकरी से भी नहीं निकालेंगे. फिर भी एएसआई स्टोन कम्पनी अपने ही अधीन कार्यरत खान कर्मचारियों को नौकरी पर नहीं ले रही है.

जब कर्मचारी इनके पास शिकायत लेकर जाता है तो उन्हें बदत्तमीजी से बात करके अगली तारीख पर आने को कह दिया जाता है. ऐसी ही शिकायत लेकर खान श्रमिक यूनियन के पदाधिकारियों से सम्पर्क किया. यूनियन ने इस विषय को गंभीरता से लेते हुये एएसआई स्टोन इंडस्ट्री को पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि जब कम्पनी में कार्य प्रारंभ हो गया है तो फिर कुछ गिने चुने श्रमिकों को ही कार्य पर लिया जा रहा है.

बाकी श्रमिकों को नौकरी पर क्यों नहीं लिया जा रहा. यूनियन ने संयुक्त श्रम आयुक्त को भी पत्र के माध्यम से अवगत कराया साथ ही श्रमिकों की समस्याओं को समाधान पोर्टल पर भी डाला है. यूनियन ने प्रधानमंत्री महोदय, चीफ लेबर कमीशन केन्द्रीय दिल्ली, अजमेर में भी एएसआई कम्पनी के विरूद्ध पत्र लिख कर विरोध दर्ज कराया है. यूनियन ने एएसआई कम्पनी को अन्तिम चेतावनी देते हुये कहा कि शीघ्र ही बाकी बचे कर्मचारियों को नौकरी पर लिया जाये तथा लॉकडाउन अवधि का पूरा वेेतन श्रमिकों के बैंक खातों में स्थानान्तरित किया जाये अन्यथा यूनियन को मजबूर होकर आन्दोलन की राह अपनानी पड़ेगी.

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